ग्वालियर में इन दिनों मीडिया के बारें में हर पल ब्रेकिंग न्यूज़ मिल रही है ! इसका मुख्य कारण दो समाचार पत्रों का प्रकाशन करीब है ! चूँकि दोनों समाचार पत्रों की नींव यहीं से है लिहाज़ा पत्रकारों को अच्छे पैकेज मिलना शुरू हो गए है ! फिलहाल इसमे दैनिक अदित्याज भारी दिख रहा है ! यही कारण है की ग्रुप वाले समाचारपत्रों को छोड़कर अदित्याज का दामन थाम रहे है ! नवभारत, नईदुनिया, में अपना मार्केटिंग का जलवा दिखाने के बाद शशि चांदिल ने एड विभाग की कमान संभाल ली है ! शशि चांदिल विज्ञापन की दुनिया की जानी मानी शख्सियत है ! इसके अलावा बतौर पी आर ओ नीरजा सिंह, office adminitrator के रूप में श्रीमती दीप्ति सक्सेना, ने अपना कार्यभार संभाल लिया है ! उधर भोपाल में पत्रिका का तूफान आने के बाद ग्वालियर में पत्रिका की हलचल शुरू हो चुकी है ! ग्वालियर ब्यूरो के रूप में शैलेन्द्र तिवारी, पुष्पेन्द्र सिंह जोइनिंग दे चुके हैं ! सूत्रों के अनुसार पत्रकार कुछ माह बाद ग्वालियर से अपना संस्करण शुरू करने वाली है ! यही नहीं अभी अभी एक और ब्रेकिंग न्यूज़ मिली है की ग्वालियर और मुरेना से एक साथ दो संस्करण "अजयभारत" समाचार पत्र के शुरू होने की शुगबुगाहट है ! अब अगर प्रचार-prasar की बात की जाए! तो दैनिक अदित्याज के होर्डिंग लोगों में काफ़ी आकर्षित कर रहे हैं लीग से अलग दिए जा रहे मेसेज जनचर्चा का विषय है ! वहीं अन्य समाचार पत्रों होर्डिंग्स लगना शुरू कर दिए है ! जिनमे हिंदुस्तान एक्सप्रेस, जनदर्शन, बी पी एन भी शामिल है कुल मिलाकर ग्वालियर मीडिया ब्रेकिंग न्यूज़ और होर्डिंग्स वार शुरू हो गया है !
Wednesday, June 11, 2008
Friday, June 6, 2008
Will History Will Be Created
Americans have realised that principal of Mr. Lincon and Kennedy should execute to reach in the whitehouse as President. Obama triumph over Hillary making the above equation possible. And if Barack Obama wins, that is going to make great impact on the politics of various parts of world. And it will be a great example of race equality and caste equality certainly history is going to created.
Through this I want to convey that today youth wants that every one should have rights of equality. And if that happens in super power like America that will be a great example for the other countries and India.
चम्बल: एक नज़र में !!!
चम्बल: बागी, डाकू, खून, लाशें, या फिर बीहड़...! क्या यही है अभिसप्त चम्बल घाटी का परिचय ! जी नहीं, यह तो सिर्फ़ बदनाम करने की साजिश है! दरअसल चम्बल में बीहड़ है तो बागी होंगे ही ! लेकिन डाकू...? यह समझ से परे है ! अपने हक के लिए बागी होना तो समझ में आता है पर बेबजह डाकू बनना यह साजिश नहीं तो और क्या है ! क्या चम्बल की पहचान यही डाकू है ! यहाँ हम चम्बल का दूसरा रूप भी बताने की कोशिश करेंगे जैसे चम्बल घाटी में आज भी कई तपस्वी साधना में लीन है ! एशिया का मात्र लक्ष्मण - उर्मिला मन्दिर इसी चम्बल घाटी में हैं ! देश में सबसे ज्यादा सरसों पैदा करने का गौरव इसी चम्बल घाटी को है ! यहाँ का शहद भी हिंदुस्तान की जुवां का स्वाद बन चुका है ! और चंदेरी साड़ी की चमक तो विश्व विख्यात है! और न जाने क्या-क्या.....? इसके अलावा आजादी के लिए संघर्ष कौन भूल सकता है! शिक्षा की तो बात ही कुछ और है , यह हमारे बुजुर्गो से लेकर ने पीड़ी ने बरक़रार रखा है !